उत्तराखंड ट्रेकिंग (Uttarakhand Trekking) का हब है लेकिन यहां ट्रेकिंग के लिए कोई ठोस SoP नहीं है. जिसका नतीजा है कि यहां पहुंचने वाले ट्रेकर्स अपनी जान जोख़िम में डालकर ट्रेकिंग कर रहे हैं. पिछले 4 सालों में 50 से ज़्यादा ट्रेकर्स अपनी जान गंवा चुके हैं.