Uttarakhand: हरिद्वार (Haridwar) में कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) के रास्ते पर होटल, ढाबे और रेहड़ी-ठेली वालों को अपनी दुकान के आगे अपना नाम और फोन नंबर लिखने वाले मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Former CM Harish Rawat) ने कहा कि इस तरह का फैसला समाज को बांटने वाला है. हरीश रावत ने कहा कि इस फैसले की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है. साथ ही हरीश रावत ने दिल्ली में बनने वाले केदारनाथ मंदिर (Kedarnath Temple) पर भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बिल्कुल उचित नहीं है इसके अलावा हरीश रावत ने कहा कि कैबिनेट के उसे फैसले पर भी टिप्पणी करी जिसमें चारों धामों के अलावा प्रमुख मंदिरों के नाम पर ट्रस्ट या मंदिरों के नाम को उपयोग नहीं करने पर कानून बनाने के फैसले पर कहा कि यह राज्य में लागू हो सकता है लेकिन देश के अन्य राज्यों में उत्तराखंड का कानून कैसे लागू हो सकता है