यूपी के प्राइमरी शिक्षक सेल्फी से हाजिरी देने के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं. सरकार ने आज से एक सेल्फी ऐप के जरिए टीचरों की दिन में तीन बार हाजिरी जरूरी कर दी है. शिक्षक कहते हैं कि जब सांसद, एमएलए, डीएम, एसपी किसी की सेल्फी से हाजिरी नहीं होती तो सिर्फ़ उनकी क्यों? सरकार उन्हें विलेन बना रही है. लेकिन सरकार कहती है कि शिक्षक पढ़ाने नहीं जाते इसलिए यह ज़रूरी है. अब प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों को स्कूल आने का सबूत सेल्फी के जरिए देना होगा, वह भी सुबह-दोपहर-शाम...तीन बार. सेल्फी फोटो शॉप न की जा सके इसलिए हर टीचर को..सुबह स्कूल आने पर बच्चों के साथ सेल्फी…दोपहर में बच्चों को मिड डे मील खिलाते हुए सेल्फी और शाम को छुट्टी के वक़्त स्कूल से निकलते बच्चों के साथ सेल्फी भेजनी होगी. हर सेल्फी में बैकग्राउंड में स्कूल भी दिखना चाहिए.