असम में हर बार चाय बागान में काम करने वाले मजदूर चुनावी मुद्दे के तौर पर रहते हैं. लेकिन इस बार राजनीतिक दलों के लिए ज्यादा बने हुए हैं. वजह ये है कि बीजेपी सरकार ने मेहनताने में मामूली सी बढ़ोतरी की थी. लेकिन अब कांग्रेस ये वादा कर रही है कि अगर वो सरकार में आई तो वो ज्यादा बढ़ोतरी करेगी. इसका कांग्रेस ने ऐलान कर दिया है. इसके बाद से बीजेपी और कांग्रेस लगातार चाय बागानों में एक न एक रैली जरूर कर रही है.