सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि घर में काम करने वाली महिला का महत्व किसी लिहाज से कम नहीं है. गृहिणी के योगदान को रूपये-पैसे से मापना उचित नहीं है. दरअसल उत्तराखंड में एक सड़क दुर्घटना में एक महिला की मौत हो गई थी. इस मामले में ट्राइब्यूनल में महज 2.50 लाख मुआवजे का ऐलान किया. परिवार इस फैसले के खिलाफ ऊपरी अदालत में पहुंचा था.