राजनीतिक विरोध का ख़ामियाज़ा मूर्तियों को भुगतना पड़ रहा है. उत्तर पूर्व में चुनावों में बीजेपी की चुनावी जीत के बाद मूर्ति गिराने का त्रिपुरा में जो सिलसिला शुरू हुआ वो अब दूसरे राज्यों में भी फैल रहा है. पश्चिम बंगाल में श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति तोड़ी गई तो चेन्नई में समाज सुधारक पेरियार की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया गया. इसके साथ ही त्रिपुरा के सबरूम इलाक़े में लेनिन की एक और मूर्ति को तोड़ दिया गया. पेरियार को द्रविड़ आंदोलन का जनक माना जाता है. वो रूढ़िवादी हिंदुत्व के विरोधी थे.