कई बार आपको लग सकता है कि ज़िन्दगी ने आपके साथ इंसाफ़ नहीं किया. अगर कभी ऐसा लगे तो आप 24 साल के एक युवा बैडमिंटन चैंपियन से मिलें, जिनमें कमाल की energy है. ज़िन्दगी से कोई शिकायत नहीं. आज वो एशिया के चैंपियन हैं और तमाम मुश्किलों के बावजूद टोक्यो पैरा ओलिंपिक्स में कुछ और कारनामा कर अपना नाम बड़ा करना चाहते हैं.