कहते हैं जज्बा हो तो क्या कुछ मुमकिन नहीं. सहूलियतों के बगैर भी सफलता हासिल हो सकती है और इसे साबित कर दिखाया है प्रयागराज के एक युवक ने. प्रयागराज में पंचर बनाने वाले के बेटे ने बिना कोचिंग पहली ही कोशिश में जज बनकर उन्होंने अपने पिता का नाम रौशन किया है.