सुप्रीम कोर्ट अब ये तय करेगा कि क्या केंद्रीय विद्यालयों में संस्कृत और हिंदी में होने वाली प्रार्थना क्या किसी एक धर्म को बढ़ावा देती है? याचिका में कहा गया है कि राज्य के फंड से चलने वाले संस्थानों में धर्म विशेष को बढ़ावा नहीं दिया जा सकता. ये लोगों की धार्मिक स्वतंत्रता और जीने के अधिकार के ख़िलाफ़ है.