Supreme Court On Muslim Women: बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने एक बड़ा फ़ैसला सुनाते हुए आदेश दिया कि तलाकशुदा मुस्लिम महिलाओं को भी बाक़ी धर्मों की महिलाओं के बराबर ही CRPC के सेक्शन 125 के तहत अपने पति से गुजारा भत्ता लेने का हक़ है । ऐसा ही एक फ़ैसला सुप्रीम कोर्ट ने 1986 में भी दिया था जिसे शाह बानो केस (Shah Bano case) के नाम से जाना जाता है लेकिन तब राजीव (Rajeev Gandhi) गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस (Congress) सरकार ने कोर्ट के फ़ैसले को पलटते हुए संसद से कानून पारित करवाया था । लेकिन बुधवार को आए फ़ैसले के बाद महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अलका लांबा (Alka Lamba) ने स्वागत किया है । लांबा ने कहा कि महिला कांग्रेस के अध्यक्ष के तौर पर वो इस फ़ैसले का स्वागत करती हैं.