उत्तर प्रदेश में फर्जी भीड़ बनाम असली भीड़ की लड़ाई छिड़ गई है. हम उस लड़ाई पर आएंगे. लेकिन पूरे देश में एक और लड़ाई चल रही है. उसकी बात पहले करेंगे. भारत में अमृतकाल चल रहा हो और सीन में बाबा की एंट्री ना तो उस अमृतकाल का मतलब नहीं रह जाता. कहीं आप इस तरह की मामूली चिंताओं में तो नहीं डूबे हैं?