भारत में रेमीडेसिवियर दवा को करोना संक्रमित मरीजों के इलाज की मंजूरी दे दी गई है. लेकिन बड़े प्राइवेट अस्पतालों को छोड़कर उपलब्ध नहीं है. ऐसे में अगर किसी मरीज को रेमीडेसिवियर दवा खरीदना हो तो एमआरपी से कई गुना पैसा देकर ही वो ब्लैक मार्केट से खरीद सकता है.