मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक साल के भीतर दो सौ अस्पताल खुल गए. सरकार को पहले से चल रहे सरकारी अस्पतालों के लिए पांच हजार डॉक्टर नहीं मिल रहे हैं. अनुराग द्वारी ने सोचा कि दौ सौ अस्पताल कैसे खुल गए. इनके लिए डॉक्टर, नर्स कहां से आए होंगे. बस इसी एक सवाल से शुरू हुई रिपोर्ट जहां तक पहुंची है, वहां तक हम आपको ले जाना चाहते हैं. एक ही डॉक्टर आठ से दस अस्पतालों में रेजिडेंट डॉक्टर के नाम से रजिस्टर्ड है. मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल का लाइसेंस है. लेकिन इन अस्पतालों में एक डॉक्टर तक नहीं हैं.