देश में अब थोक के भाव स्मार्ट सिटी का निर्माण होने जा रहा है। लेकिन स्मार्ट सिटी की ही तर्ज पर बसे सदियों पुराने सासाराम जैसे शहरों से सत्ता वर्ग ने जैसे मुंह मोड़ लिया है। न सत्ता पक्ष और न ही विपक्ष ऐसे शहरों से खुद को जोड़ पाए हैं। अगर ऐसा नहीं होता तो सासाराम में बसे शेरशाह सूरी के मकबरे की भव्यता और खूबसूरती के कद्रदानों की कमी नहीं होती।