उत्तर भारत में हीरो की कमी नहीं है, लेकिन रजनीकांत जैसा कोई हीरो नहीं है। कहने वाले तो यह भी कहते हैं कि पूरी दुनिया में रजनीकांत सा कोई नहीं। 66 साल की उम्र में हीरो बने रहने का करिश्मा हिंदी सिनेमा के सुपर स्टार भी नहीं कर पाए। रजनी के दर्शक अब दर्शक नहीं रहे। फैन्स हो गए हैं।