सवाल है कि प्रधानमंत्री जिन उद्देश्यों को गिना रहे हैं, उसकी पूर्ति के लिए क्या वाकई योजना आयोग सक्षम नहीं हैं। क्या आयोग केंद्र राज्य संबंधों में अड़चन था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहले भी कई विचारक योजनाकार योजना आयोग को समाप्त करने से लेकर इसमें बदलाव की वकालत करते रहे हैं।