इस साल जून में पुलिस ने माओवादियों से रिश्ते के आरोप में पुणे से पांच लोगों को गिरफ्तार किया. इन लोगों में वामपंथी विचारधारा वाले कार्यकर्ता, वकील और कवि भी शामिल थे. उनपर भीमा कोरेगांव में हिंसा भड़काने के भी आरोप लगाए गए.शुरू से ही इन आरोपों के पीछे सबूतों के लेकर सवाल उठ रहे थे.