Indian Constitution Row: किसी भी लोकतंत्र में संविधान से बड़ी कोई किताब नहीं होती. इसलिए कोई भी राजनीतिक दल खुद को संविधान के खिलाफ नहीं दिखाना चाहता. और हर कोई ये ज़ाहिर करना चाहता है कि संविधान के प्रति उसकी निष्ठा में कहीं कोई कमी नहीं है. लेकिन 18 वीं लोकसभा में संविधान की चर्चा कुछ ज्यादा ही हो रही है. सरकार और विपक्ष. दोनों तरफ से संविधान का ज़िक्र आए दिन किया जा रहा है...आज सरकार की से ओर क्या पहल की गई है. ये रिपोर्ट देखिए.