मनोचिकित्सक का दावा है कि कोरोना और लॉकडाउन के बीच दिमागी सेहत से जुड़े मामलों में 200 फीसदी का इजाफा हुआ है. बहुत से लोग इस समय अकेलापन महसूस कर रहे हैं. जिसको लेकर मनोचिकत्सक कह रहे हैं कि हमें सामाजिक दूरी नहीं बल्कि देह से दूरी बनानी है, दिल को एक दूसरे के करीब ही रखना है.