सिर्फ चालीस दिन पहले की बात है जब उज्जैन के मशहूर महाकाल मंदिर में बारिश के लिए पूजा कराई गई थी और अब बीते तीन दिनों की बारिश के बाद पचास सालों में पहली बार क्षिप्रा नदी में ऐसा उफान आया कि बाढ़ का पानी मंदिर के गर्भगृह तक चला आया। शहर की हालत को देखते हुए प्रशासन ने 22 जुलाई को भी स्कूल बंद रखने के आदेश दिए हैं।