मुंबई में भी नंबर के आधार पर गाड़ियों को चलाने का फॉर्मूला दिया गया था। बॉम्बे हाइकोर्ट के आदेश पर बनी कमेटी ने ट्रैफिक नियंत्रण के लिए फॉर्मूला दिया था, लेकिन उस वक्त सरकार ने इसे नहीं माना गया। तब से लेकर अब तक मुंबई में प्रदूषण का स्तर काफ़ी बढ़ गया है।