तीन भाई बहनों के पिता दो साल पहले टीबी की बीमारी से चल बसे और पति की मौत के सदमे में बेसुध हुई मां घर छोड़कर कहीं चली गई. दूर गांव में बैठे दादा दो साल से बच्चों की सुध लेने भी नहीं आए. अब तीनों को सहारा है तो पड़ोसियों का, लेकिन पड़ोसी भी कब तक मदद कर पाएंगे.