मुंबई में अब अपराधियों की खैर नहीं. क्योंकि मुंबई पुलिस को देश का पहला 'ऑटोमेटेड मल्टीमॉडल बायोमेट्रिक आईडेंटिफिकेशन सिस्टम' मिल गया है. किसी व्यक्ति के पकड़े जाने पर वो शातिर अपराधी है या नहीं ?
ये जानने के लिए अब पुलिस को अलग-अलग पुलिस थानों में फाइलों की खाक नहीं छाननी होगी. बल्कि उस अपराधी का चेहरा, हाथों के निशान और आंख की फोटो सबमिट करते ही एम्बिस सिस्टम पल भर में उसकी जन्मकुंडली बता देगा.