मेघालय हाइकोर्ट के जज जस्टिस एसआर सेन अपने एक फ़ैसले में लिखी टिप्पणी से विवाद में हैं. डोमिसाइल सर्टिफ़िकेट से जुड़े एक केस में 12 दिसंबर को दिए अपने फ़ैसले में उन्होंने टिप्पणी लिखी कि भारत को 1947 में विभाजन के वक़्त ही हिंदू देश घोषित कर दिया जाना चाहिए था. उनके इस फैसले पर राजनीतिक दल और नेता भी दो फाड़ हो गए हैं.