निधि गोयल लगभग 15 साल की थीं, जब उन्हें रेटिनाइटिस पिगमेंटोसा का पता चला था, जो एक प्रोग्रेसिव डिजनरेटिव आई डिस्ऑर्डर है जिससे कि अंधापन हो सकता है. युवा निधि 10वीं कक्षा में थीं और इस डाइग्नोज ने उनके चित्रकार बनने या ललित कला और दृश्य क्षेत्र करियर बनाने के सपने पर एक प्रश्न चिह्न लगा दिया था. हर बाधा को पार करते हुए निधि आज एक कॉमेडियन हैं, एक्टिविस्ट हैं, जो हास्य का सहारा लेकर विकलांगता से जुडी पुरानी धारणा को बदलने में जुटी हैं.