मध्यप्रदेश में हज़ारों करोड़ खर्च होने के बाद भी कुपोषण प्रति एक हज़ार बच्चों में से 47 बच्चों की मौत की वजह बनता है. देश में सबसे ज़्यादा. भारत में इसका औसत आंकड़ा प्रति एक हज़ार में से 39 बच्चों की मौत का है. ये आंकड़े सैंपल रजिस्ट्रेशन सिस्टम यानी एसआरएस के 2019 के हैं. इससे पहले 2016 में आंकड़े आए थे. तब भी शिवराज के राज में यानी मुंहबोले मामाजी के दौर में बच्चों की मौत के आंकड़े यही थे. देश में सबसे ज़्यादा. हमारे सहयोगी अनुराग द्वारी ने श्योपुर से अजय राठौर, धार से मोहम्मद आमीन, आगर-मालवा से ज़फ़र, मंदसौर से मनीष, सागर से राकेश तिवारी, कटनी से आरबी गुप्ता, डिंडोरी से सूर्या, छतरपुर से अरविंद और शहडोल से विनय तिवारी के सहयोग से तस्वीरें और तथ्य जुटाए और ये रिपोर्ट आपके लिए तैयार की.