मालेगांव 2008 बम धमाके में आखिरकार आरोपियों का सीआरपीसी 313 के तहत बयान शुरू हो गया. हालांकि पहले दिन सिर्फ 60 सवाल ही हो पाए और उस पर सभी 7 आरोपियों का जवाब था कि उन्हें मालूम नही. इस दौरान साध्वी प्रज्ञा ठाकुर एक बार भावुक हो गईं नतीजा अदालत को थोड़ी देर के लिए कार्यवाही रोकनी पड़ी थी.