उत्तर प्रदेश के लगभग 45 हजार मदरसों के संचालक जब दारुल उलूम देवबंद में साथ बैठे तो कई अहम मुद्दों पर सहमति बनी. इस दौरान कई निर्णय लिए गए, जिनमें कोई भी मदरसा सरकारी सर्वे का विरोध नहीं करेगा और किसी भी बोर्ड से संबद्ध नहीं कराने का भी फैसला हुआ.
Advertisement