Kishtwar: वादीजी कुलदीप कुमार और नजीर अहमद के पार्थिव शरीर जम्मू-कश्मीर में उनके गांव ओहली कुंडवाड़ा पहुंचे। इस दौरान यहां का माहौल गमगीन नजर आया. परिवार के साथ-साथ गांव वालों का भी रो-रोकर बुरा हाल है. सुनिए नज़ीर अहमद की बेटी की जब उसे पता चला कि उसके पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं.