कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर रमेश कुमार ने अपने ऊपर लगे 50 करोड़ रुपये की रिश्वतखोरी के आरोप की जांच एसआईटी से करवाने का फैसला किया है, जिसे गठन के 15 दिनों के अंदर जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंपनी होगी. हालांकि बीजेपी इसका विरोध ये कहते हुए कर रही है कि जांच रिटायर्ड जज से होनी चाहिये.