कश्मीरी पंडितों के संगठन रूट इन कश्मीर की ओर से अमित रैना ने सुप्रीम कोर्ट में लगाई अर्जी में कहा कि अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के खिलाफ याचिका दाखिल करने वाले मोहम्मद अकबर लोन को जम्मू-कश्मीर में सक्रिय अलगाववादी ताकतों के समर्थक के रूप में जाना जाता है, जो पाकिस्तान का समर्थन करते हैं. वो नेशनल कॉन्फ्रेंस से संसद सदस्य है. वो 2002 से 2018 तक विधानसभा के सदस्य थे और उन्होंने जम्मू-कश्मीर विधानसभा के पटल पर "पाकिस्तान जिंदाबाद" जैसे नारे लगाए थे. इस पर सीजेआई ने कहा कि जब वह इस अदालत के अधिकार क्षेत्र का हवाला देते हैं. हम उनसे यह जानना चाहते हैं कि उनका मानना है कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है. क्या वह भारत की संप्रभुता को स्वीकार करते हैं?