रांची के पास एक गांव में रहने वाली 17 साल की सुनीता कुमारी अभी-अभी डेनमार्क से लौटी हैं। वहां वो सबसे कम उम्र की वक्ता थीं। रांची में वो लड़कियों को फुटबॉल सिखाती है। ये सब एक एनजीओ की पहल का नतीजा है, जिसने गरीब घरों की लड़कियों को फुटबॉल सिखाने की एक मुहिम शुरू की।