दीपिका पादुकोण कहती हैं कि पिछले 15 वर्षों में शारीरिक स्वास्थ्य के मामले में भारत में कैसे एक क्रांति देखी गई है, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि हमारी भावनात्मक देखरेख के बारे में पर्याप्त नहीं किया गया है. उन्होंने कहा, "अभिनव और मेरे पास हमारे अनुभव थे. ठीक होने की मेरी यात्रा यह स्वीकार करने की थी कि मानसिक बीमारी जैसी कोई चीज है."