रूस और चीन द्वारा इजरायल पर हमास द्वारा किए गए आतंकी हमलों की निंदा करने वाले अमेरिका द्वारा लिखित मसौदा प्रस्ताव को वीटो करने के बाद, संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के राजदूत गिलाद एर्दान ने कहा कि अगर इन देशों ने भी इसी तरह का नरसंहार सहा होता, तो उन्होंने इससे कहीं अधिक ताकत के साथ कार्रवाई की होती.