विश्व के कई बड़े निवेशक कह रहे हैं कि मंदी एक बार फिर आ रही है. बता दें कि इससे पहले 2008 में मंदी आई थी. एक दशक बाद फिर से मंदी के आने का खतरा बढ़ गया है. कुछ दिन पहले ही बिल गेट्स ने भी कहा था कि एक बार फिर मंदी आ सकती है. दरअसल, जिनके पास डॉलर है वह भारतीय रुपया नहीं चाहते. स्टॉक एक्सचेंज से बड़ी संख्या में निवेशक निकल रहे हैं. सभी लोग मुनाफे के लिए अमेरिका में निवेश कर रहे हैं. यानी भारत से भी निवेशक बाहर निकल सकते हैं. मंदी के लिए कच्चे तेल के दाम भी असरदार साबित हो सकते हैं. बीते साल भर में इसकी कीमत में प्रति बैरल 20 डॉलर का उछाल आया है. इस वजह से बहुत सारी चीजें गायब हो जाएंगी.