बिहार में जब महागठबंधन की सरकारी बनी, तो ये उम्मीद की जा रही थी कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू यादव संकटमोचक की भूमिका अदा करेंगे, लेकिन इसका उल्टा हो रहा है, सरकारी कामकाज में हस्तक्षेप करने का आरोप लालू यादव पर लग रहा है।