2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाने के लिए बेहद जरूरी होगा कि अगले दो दशक में रेल कनेक्टिविटी, विशेषकर रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर पर निवेश बड़े स्तर पर बढ़ाया जाए. शुक्रवार को दिल्ली में आयोजित एक पैनल डिस्कशन में चिंतन रिसर्च फाऊंडेशन ने भारत को मिडिल ईस्ट और यूरोप से जोड़ने के लिए प्रस्तावित रेल कॉरिडोर का एक रोड मैप पेश किया. "एडवांसिंग Asian रीजनल रेल कनेक्टिविटी" पर चिंतन Research फाउंडेशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भारत, मध्य एशिया और यूरोप के बीच प्रस्तावित रेल कॉरिडोर के सामरिक और आर्थिक महत्व पर विस्तार से चर्चा हुई.