कोरोना वैश्विक महामारी में हमारे डॉक्टर, हमारे नर्सेस, हमारे पैरामेडिकल स्टाफ, सफाईकर्मी, वैक्सीन बनाने मे जुटे वैज्ञानिक हों, सेवा में जुटे नागरिक हों, वे सब भी वंदन के अधिकारी हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतवासियों ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई को बेहद धैर्य से लड़ा है. कोरोना के खिलाफ देशवासियों ने असाधारण गति से काम किया है. हमारे वैज्ञानिकों की ताकत का ही परिणाम है कि हम वैक्सीन के लिए किसी और देश पर निर्भर नहीं हैं. अगर भारत के पास अपनी वैक्सीन नहीं होती तो क्या होता. पोलियो की वैक्सीन पाने में हमारे कितने साल बीत गए. इतने बड़े संकट में जब पूरी दुनिया में महामारी हो तो हमें वैक्सीन कैसे मिलती. आज गर्व से कह सकते हैं कि दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन प्रोग्राम हमारे देश में हो रहा है.