कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को लेकर देश भर में स्वास्थ्य क्षेत्र में तैयारियां चल रही हैं. अस्पतालों में यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि जरूरत पड़ने पर वेंटिलेटर, ऑक्सीजन और दवाइयों की कमी न हो, जैसा कि दूसरी लहर के दौरान हुआ. तकनीकी स्वास्थ्य कर्मचारियों को भी खतरे के लिए तैयार किया जा रहा है. इन तमाम तैयारियों के बीच बच्चों को लेकर भी तैयारी हो रही है. सवाल यह उठ रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर का क्या बच्चों पर असर हो सकता है. हालांकि एम्स के निदेशक ने कहा है कि ऐसा कोई सबूत नहीं है कि इसका असर बच्चों पर पड़ेगा. दूसरी तरफ अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हुई है. दिल्ली में सोमवार से सब कुछ खुल रहा है. बड़ा सवाल यह है कि बच्चों के टीकाकरण के बिना स्कूल कैसे खोले जाएंगे.