Bachpan Manao: हैप्पी माइंड्स की एनएलपी मास्टर कोच, शेवता मर्चेंट गांधी बताती हैं कि बोरियत और रचनात्मकता के बीच सीधा संबंध दिवास्वप्न है। जब मन भटकता है, तो वह मस्तिष्क के बाहरी जागरूकता को आंतरिक विचारों के साथ संतुलित करने के तरीके में शामिल होता है। दिवास्वप्न की यह प्रक्रिया कल्पना, समस्या-समाधान और नवीन सोच को बढ़ावा देती है, जिससे यह बच्चे की रचनात्मक क्षमता को अनलॉक करने के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण बन जाता है।