कृषि से जुड़े बिल संसद में पास हो गए, लेकिन इस दौरान संसद में भारी हंगामा देखा गया. देश के कई हिस्सों में इसी बिल को लेकर किसान सड़कों पर है. विरोध की वजह है कि किसानों का मानना है कि अगर मंडिया खत्म हुई तो किसानों की परेशानी बढ़ेगी. किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल पाएगा. निजी कंपनियां किसानों का शोषण कर सकती है. व्यापारी फसलों की जमाखोरी कर सकते हैं, बाजार में अस्थिरता बढ़ेगी. महंगाई बढ़ेगी. इन सब शंकाओं पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने अपनी बात रखी.