कैश है जो निकलता नहीं, बैंक है जो बोलता नहीं. सरकार है जो सुनती नहीं और दुख है जो जाते नहीं. जी हां, 23 दिन से परेशान हैं पीएमसी बैंक के खाताधारक. पहले 6 महीने में 1000 रुपये निकासी की लिमिट लगी फिर उसे बढ़ाकर 10 हज़ार किया फिर 25 हज़ार और अब 40 हज़ार लेकिन अब तक दो जान जा चुकी हैं. कई लोग डिप्रेशन में हैं, कई दुखी हैं, उनका कहना है कि बिना कुसूर ये ग़म उन्हें क्यों उठाना पड़ रहा है?