पंजाब महाराष्ट्र कॉपरेटिव बैंक में लाखों परिवारों की मेहनत की कमाई अटकी पड़ी है. हालांकि इस बैंक के मैनेजमेंट के खिलाफ कार्यवाही हो रही है.ये लोग जेल में हैं लेकिन जिन लोगों का पैसा फंसा पड़ा है उन्हें कोई ठोस आश्वासन नहीं मिल रहा है. बैंक ने पहले 40000 रुपये और फिर 50000 6 महीने में निकालने की अनुमति दी. 8 लोगों की जान चली गई. धोखे के शिकार खाताधारक विरोध प्रदर्शन करते हैं लेकिन कुछ होता नजर नहीं आ रहा.