राजनीति में ऐसा विरले ही होता है, जब सत्ता छोड़कर आए किसी नेता को पब्लिक 95% नंबर देकर दोबारा कुर्सी पर बिठाती है। वो भी तब, जब सीधा मुकाबला दम तोड़ती कांग्रेस की बजाय उस बीजेपी से हो, जो पूरे देश की सत्ता हासिल करने के बाद एक-एक राज्यों पर काबिज होती जा रही हो।