मालेगांव धमाके में अभियुक्त और बीजेपी से भोपाल की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर के अंदर मानो कोई चुंबकीय शक्ति है. जाने कब किस मोड़ पर चलते अच्छी भली ज़िंदगी में कोई बवाल खड़ा हो जाए. शहीद हेमंत करकरे को उसकी कर्म की संज्ञा का श्राप देने वाली प्रज्ञा ठाकुर विपक्ष की मारक शक्ति से बीजेपी के नेता अरुण जेटली और सुषमा स्वराज की मृत्यु की थ्योरी देने वाली प्रज्ञा ठाकुर, मैं टॉयलेट साफ़ करने के लिए सांसद नहीं बनी हूं. ऐसा बोलकर प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन का मज़ाक उड़ाने वाली प्रज्ञा ठाकुर..और गोडसे देशभक्त हैं, ऐसे माफी मांग लेने के बाद दोबारा बोलकर फिर माफ़ी मांग लेने वाली प्रज्ञा ठाकुर..अब मुसीबत मोल लेने की चुंबकीय शक्ति नहीं है तो और क्या है?