रेकिट के एक्टर्नल अफेयर और पार्टनरशिप SOA के निदेशक रवि भटनागर बताते हैं कि उत्तर प्रदेश में चल रहे डायरिया नेट जीरो प्रोग्राम का उद्देश्य 7-सूत्रीय WHO एजेंडा को लागू करना है, जिसमें स्तनपान, हाथ धोना, ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन) उपलब्ध कराना और 14 दिनों के लिए बच्चों के लिए जिंक उपचार, सेफ सैनिटेशन, आशा कार्यकर्ताओं और फ्रंट लाइन के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा फॉलो अप शामिल हैं. अगले साल तक उत्तर प्रदेश राज्य में सभी आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से इस इनिशिएटिव के तहत 2022 में 10,000 आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने की भी योजना है.