दुनिया की सबसे बड़ी सरकारी बीमा योजना की का ऐलान गुरुवार को ज़ोर शोर से बजट में हुआ. 10 करोड़ परिवारों के लिए 5 लाख सालाना बीमा. इसे अमेरिका के ओबामा केयर की तर्ज पर भारत के लिए मोदी केयर कहा जा रहा है. लेकिन बड़ा सवाल कायम है कि इसके लिए पैसे का इंतज़ाम कहां से होगा. कैसे इसे लागू किया जाएगा और इसका खाका क्या होगा. जहां तक पैसे का सवाल है, सरकार की योजना एक फीसदी अतिरिक्त टैक्स यानी सेस से इस पैसे का इंतज़ाम करने की है. यानी नौकरीपेशा और टैक्स भरने वालों की जेब काट कर सरकार अपना गरीब वोटबैंक साधेगी.