अंतरराष्ट्रीय मंदी के दौर में जहां विदेशी निवेश में गिरावट आयी है वहीं चीन के साथ बढ़ते तनाव से अनिश्चितता और बढ़ी है. ऐसे माहौल में एक बहुत ही अहम व्यापारिक बैठक इसी महीने हैदराबाद में होनी है जिसमें भारत और चीन समेत सोलह देश हिस्सा लेंगे. एक बड़ी दिक्कत है विदेश कंपनियों की ओर से किये जाने वाले मुकदमे जिन पर अंतरराष्ट्रीय नियम कानून भारत जैसे देशों के पक्ष में नहीं हैं. कितनी बड़ी है ये समस्या और व्यापारिक और कूटनीतिक स्तर पर भारत इस दिक्कत से निबटने के लिये क्या कुछ कर सकता है. देखिए इस वीडियो में.