मराठवाड़ा में देश के अन्नदाता के पास खाने को कुछ नहीं है। व्यवस्था राजधानी में बैठकर ऐलान तो बड़े-बड़े कर रही है, लेकिन जमीन पर उतरकर शायद उसे झांकने की फुर्सत नहीं कि कागज के चंद नोटों से क्या किसान की किस्मत बदल पाएगी? मराठवाड़ा में खूसे की मार झेलते किसानों की बदहाली पर देखिये यह खास रिपोर्ट...