केंद्र सरकार और किसानों के बीच 11 वें दौर की बैठक भी बेनतीजा रही है. बैठक के बाद NDTV से बात करते हुए किसान नेता ने बताया कि आज की बैठक काफी कम देर तक चली सरकार का कहना था कि किसान उसकी तरफ से दिए गए प्रस्ताव को लेकर आपस में बात कर निर्णय लें जबकि किसानों की तरफ से एक बार फिर से कानून को रद्द करने की मांग की गयी है. किसान नेताओं का कहना है कि सरकार की तरफ से एक तरह से बातचीत को रोकने के संकेत दिए गए हैं.